बन्दुक्या जसपाल राणा, सिस्त साधिदे – निसाणु साधि दे

नरेन्द्र सिंह नेगी जी उत्तराखंड के आम लोगों की दिनचर्या और उनकी पीड़ाओं के बारे बहुत से गीत गाये हैं। उत्तराखंड में बाघ का आतंक हमेशा से रहा है। साधारणतया बाघ पालतू गाय, बकरी व अन्य जानवरों का शिकार कर लोगों का नुकसान करता है लेकिन बाघ के आदमखोर हो जाने से उसके द्वारा कई मनुष्यों, घास लेने गयी महिलाओं व छोटे बच्चों को भी अपना शिकार बनाया जाता रहा है। जंगल गयी एक युवती सुमा को आदमखोर बाघ द्वारा अपना शिकार बनाये जाने को लेकर एक बहुत ही मार्मिक गीत “सुमा हे निहुण्या सुमा, डांडा ना जा” आप पहले ही इस साइट पर सुन चुके हैं। आज प्रस्तुत है उसी आदमखोर बाघ पर नेगी जी का एक और गीत।

उत्तराखण्ड में कई विश्वविख्यात प्रतिभाओं ने जन्म लिया है, ऐसा ही एक नाम जसपाल राणा का है, जिन्होंने निशानेबाजी के खेल में कई अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत को पदक दिलाये, उत्तराखण्ड के लिये यह बहुत सम्मान की बात है। लेकिन उत्तराखंड की स्थितियां परिस्थितियां बड़ी विकट हैं, जंगली जानवरों और विशेषकर बाघ के हाथों पहाड़ों में सालाना अनेकों आदमी मार  दिये जाते हैं। नरेन्द्र नेगी जी ने उत्तराखण्डी युवक की इस गौरवशाली उपलब्धि को उत्तराखण्ड के आम आदमी के दुख से जोड़कर एक अद्भुत गीत रचा जिसमें वह जसपाल राणा को सम्बोधित करते हुए कहते हैं कि हे जसपाल राणा तू अपनी निशानेबाजी के इस हुनर का सदुपयोग आदमखोर बाघ को मारने में कर। इस बाघ की खातिर उत्तराखण्ड की जनता को बहुत कष्टों का सामना करना पड़ रहा है। बाघ पर सही निशाना लगा कर उसे ढेर करने पर पहाड़ की महिलाएं जसपाल राणा को अपने गहने गला कर सोने का मेडल देने को भी तैयार हैं।

यह गाना नेगी जी की “टपकरा” आडियो कैसेट में है। यह गीत एक और जहाँ उत्तराखंड के लोगों विशेषकर महिलाओं के दर्द और डर का बयान करता है वहीं इस बात को भी सामने रखता है कि खेल प्रतियोगिताओं में निशाना लगाना और बात है वास्तविक जीवन में निशाना लगाकर लोगों के दुख-दर्द दूर करना और बात।

भावार्थ : हे बन्दूकची जसपाल राणा तू अपना निशाना लगा और उत्तराखण्ड में जो बाघ लगा है (और अब आदमखोर बन चुका है), उसे मार दे। हमने अखबार, टीवी और रेडियो में तेरा बहुत नाम सुना है। जिस तरह तूने देश-विदेश में बड़े-बड़े निशानेबाजों को हराया है वैसे ही अब तू आतंक का पर्याय बन चुके इस बाघ की भी शेखी को निकाल दे।

कैसे कोई जंगलों से घास-चारा लाये? कैसे हम अपने रोजमर्रा के भोजन की व्यवस्था करें? हम तो इस डर में जी रहे हैं कि दिन-दोपहरी, रात के समय कब किसकी बारी आ जाये (बाघ के हाथों मरने की), यह किसी को कुछ पता नहीं कौन बाघ का अगला शिकार होगा। अब तू आ कर बहू-बेटियों के मन में छिपे हुए बाघ के इस डर को निकाल दे। हे बन्दूकची जसपाल राणा तू अपना निशाना लगा और उत्तराखण्ड में जो बाघ लगा है, उसे मार दे।

यह बाघ छानी (पशुशाला) में बंधे भेड़-बकरियों को मार डालता है, जंगल में चरने गयी गाय-बच्छियों को खा देता है। यहाँ तक कि गांव से छोटे बच्चों को उठा ले जाता है। सुना है कि तू तो निशानेबाजी की कला में पारंगत है, अब तू ही अपनी निशानेबाजी की कला से हमारे दिन सुधार दे। हे बन्दूकची जसपाल राणा तू अपना निशाना लगा और उत्तराखण्ड में जो बाघ लगा है, उसे मार दे।

अगर तुम इस बाघ से हमें मुक्ति दिला देगा तो हम अपनी नथ (नाक का आभूषण) गला कर तुम्हें सोने का मेडल देंगे। जब तक हम जिन्दा रहेंगे, जसपाल राणा हम तेरा नाम जपते रहेंगे। अब तू अपने मुल्क के भाई-बहनों की इस भारी विपदा को टालने में कुछ मदद कर दे। हे बन्दूकची जसपाल राणा तू अपना निशाना लगा और उत्तराखण्ड में जो बाघ लगा है, उसे मार दे।

गीत के बोल देवनागिरी में

बन्दुक्या जसपाल राणा, सिस्त साधिदे – निसाणु साधि दे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे,
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे- मनस्वाग मारिदे (कोरस)
तोपचि जसपाल राणा , सिस्त साधिदे – निसाणु साधि दे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे- मनस्वाग मारिदे (कोरस)

Suma-He-Ni-hunya-Suma-Danda-Na-Ja
सुमा हे निहोण्या सुमा

नरेन्द्र सिंह नेगी का यह गाना पहाड़ के ग्रामीण अंचल में घटी एक घटना का सजीव चित्रण है। अनिल बिष्ट के सशक्त निर्देशन में “रुमुक” एलबम में इस गाने का एक वीडियो भी रिलीज हुआ है।जिसके ऑडियो-वीडियो अधिकार रामा कैसेट्स के पास हैं। इस वीडियो में सुमा का किरदार भावना भाकुनी ने व उसके पिता का किरदार श्री रामरतन काला जी ने निभाया है।
आगे पढें……

भौत नाम सूणि तेरु अखबार, टीवी, रैडु मा
अखबार, टीवी, रैडु मा (पुरुष कोरस)
तोपचि बड़ा-बड़ा हरैनि, तिन देसू बिदेसुमा
तिन देसू बिदेसुमा (महिला कोरस)
आतंकवादी ये बाघै कि सेक्की झाड़िदे, उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)

कनुकै ल्योण घास-पाणि, कनुकै होण स्यैणि-खाणि
कनुकै होण स्यैणि-खाणि (महिला कोरस)
दिन-दोफरा, रात-बिर्त, कैकि बारि कब कुज्याणि
कैकि बारि कब कुज्याणि (पुरुष कोरस)
बेटी-ब्वार्यूंकी जिकड़्यूंकि डौर गाड़ि दे, उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे- मनस्वाग मारिदे (कोरस)
बन्दुक्या जसपाल राणा, सिस्त साधिदे – निसाणु साधि दे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे- मनस्वाग मारिदे (कोरस)

छानि मार्या भेरा-बाखरा, बौण खैगे गौड़ि-बाछी
बौण खैगे गौड़ि-बाछी (पुरुष कोरस)
कुछल्यों का नौन्याल ल्हीगे, बांजा धोलिगे मवासि
बांजा धोलिगे मवासि (महिला कोरस)
निसाणाबाजी की कला से, हमारा दिन सुधारिदे, उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)

नथ्युंलू गलैकि तोई, सूना का मैडल दयौला
सूना का मैडल दयौला (महिला कोरस)
बच्यां रौंला जब तलक, राणा तेरु नाम ल्योंला
राणा तेरु नाम ल्योंला (पुरुष कोरस)
अपड़ा मुल्कि भै -बैंणियोंकि विपदा टालि दे, उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)
बन्दुक्या जसपाल राणा, सिस्त साधिदे – निसाणु साधि दे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे
उत्तराखण्डमा बाघ लाग्यूं बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)
हे बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)
हे बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)
हे बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)
हे बाघ मारिदे – मनस्वाग मारिदे (कोरस)

गीत : [audio:bandukya-jaspal-rana-sist-sadhi-de-merapahad-dot-com.mp3]

इस गीत का चुनाव व हिन्दी अर्थ हमारे सदस्य और लेखक हेम पंत का है।

अपना उत्तराखंड में उत्तराखंड से संबंधित गीत केवल उत्तराखंड के संगीत को बढ़ावा देने के लिये हैं। यदि आपको यह पसंद आयें तो निवेदन है कि बाजार से इन्हे सीडी या कैसेट के रूप में खरीद कर उत्तराखंडी संगीत को बढ़ावा दें। हम यथा-संभव सीडी या कैसेट की जानकारी देने का प्रयास करते हैं। यदि आपको इससे संबंधित जानकारी हो तो क़ृपया टिप्पणी में बतायें।

Lyrics of the song “bandukya jasapal rana, sist sadhide – nisanu sadhi de”

bandukya jasapal rana, sist sadhide – nisanu sadhi de
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride,
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride- manasvag maride (koras)
topachi jasapal rana , sist sadhide – nisanu sadhi de
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride- manasvag maride (koras)

bhaut nam sooni teru akhabar, tivi, raidu ma
akhabar, tivi, raidu ma (purush koras)
topachi bada-bada haraini, tin desoo bidesuma
tin desoo bidesuma (mahila koras)
aatankavadi ye baghai ki sekkee jhadide, uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride – manasvag maride (koras)

kanukai lyon ghas-pani, kanukai hon syaini-khani
kanukai hon syaini-khani (mahila koras)
din-dofara, rat-birt, kaiki bari kab kujyani
kaiki bari kab kujyani (purush koras)
beti-bvaryoonkee jikadyoonki daur gadi de, uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride- manasvag maride (koras)
bandukya jasapal rana, sist sadhide – nisanu sadhi de
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride- manasvag maride (koras)

chhani marya bhera-bakhara, baun khaige gaudi-bachhi
baun khaige gaudi-bachhi (purush koras)
kuchhalyon ka naunyal lhige, banja dholige mavasi
banja dholige mavasi (mahila koras)
nisanabaji kee kala se, hamara din sudharide, uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride – manasvag maride (koras)

nathyunloo galaiki toee, soona ka maidal dayaula
soona ka maidal dayaula (mahila koras)
bachyan raunla jab talak, rana teru nam lyonla
rana teru nam lyonla (purush koras)
apada mulki bhai -bainniyonki vipada tali de, uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride – manasvag maride (koras)
bandukya jasapal rana, sist sadhide – nisanu sadhi de
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride
uttarakhandama bagh lagyoon bagh maride – manasvag maride (koras)
he bagh maride – manasvag maride (koras)
he bagh maride – manasvag maride (koras)
he bagh maride – manasvag maride (koras)
he bagh maride – manasvag maride (koras)

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Album : Tapkara, Audio : T-Series

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4 Thoughts to “बन्दुक्या जसपाल राणा, सिस्त साधिदे – निसाणु साधि दे”

  1. naveen saklani

    बहुत सुंदर गाना है क्या इस के बोल हम को मिल सकते है..

  2. bahut badiya va sundar geet iski prastuti hetu badhai sweekar kare

  3. Jatinder Singh Negi

    Narendra Singh Negi Ji ka yeh gana maine apne bachpan me tape me suna tha aur us time ye gana samajh nahi paya tha lekin jab aaj is web site me ye gana suna to bahut hi khushi hui hai, Sach me Negi Ji jaisa Singer Uttarakhand me nahi hai…. Uttarakhand sarkar ko Narendra Singh Negi ji ko raaj gaayak ki upaadhi deni chahiye jo main kab se mehsus karta aaya hu….

    Jitender Singh Negi (Jiti).

    Ludhiana.

  4. Jitender Singh Negi

    Thanks apnauttarakhand.com team for this song….

    Great work….

    Jitender Singh Negi (Jiti).

    Ludhiana.

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